कोरोनावायरस के संक्रमण से निपटने के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं कर रही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब सूबे में पान, पान-मसाला और गुटखा के निर्माण और बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया है। प्रदेश सरकार ने कहा है कि अगले आदेश तक राज्य में पान मसाला की बिक्री, उत्पादन और वितरण को बैन कर दिया गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह व सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने मंगलवार को कहा था कि कोरोना वायरस का संक्रमण लार व थूक से भी होता है। इस वजह से सरकार पान मसाला और गुटखा को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है। इसके बाद से यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि जल्द ही सरकार पान मसाला पर प्रतिबंध को लेकर ऐलान करेगी।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि बाजारों, सड़कों, दफ्तरों व घरों तक में लोग कोनों-कोनों में पान, पान-मसाला और गुटखा खाकर थूकते हैं। थूकने से गंदगी व संक्रमण फैलता है। थूक का रोग को लेकर अब गहन विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि केवल महामारी के समय ही नहीं, बल्कि सामान्य समय में भी जगह-जगह थूककर संक्रमण फैलाने की समस्या का स्थायी निदान तलाशना होगा। इसके दृष्टिगत ही प्रदेश में पान, पान-मसाला व गुटखा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश के कई शहरों में पान मसाला का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इनमें कानपुर और नोएडा प्रमुख हैं।
दूसरे राज्यों से आए लोग सावधानी बरतें, अपने घर में ही अलग रहें
वहीं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 38 पीड़ितों की संख्या सामने आई है। जो लोग अभी अभी दूसरे राज्यों और प्रांतों से लौटकर आए हैं उन्हें एडवाइस किया गया है कि 15 दिन तक अपने घर पर ही रहें। बाहर ना निकलें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से 1076 से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि वह सभी बाहर से आए लोग घर में ही रहें। हम आपके माध्यम से भी यह अपील कर रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग की जो हेल्पलाइन 180018054 45 जरूर फोन करें और अगर उन्हें कुछ भी लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं। सांस फूल रही है या सुखी खांसी आ रही हो तो तुरंत जानकारी दें।
प्रमुख सचिव ने कहा कि किसी को भी अगर अस्पताल तक पहुंचने में कोई समस्या है तो वह 108 नंबर सेवा डायल करें। उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा। अगर कोई गर्भवती महिला है तो 102 पर चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस कोविड19 से निपटने के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था कर रहे हैं। पहले सीएचसी स्तर पर जानकारी दी जाएगी फिर जिला अस्पताल स्तर पर पहुंचाया जाएगा फिर उसके बाद बड़े अस्पतालों में शिफ्ट कर उनको स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी।
उप्र में अब तक 38 मामले सामने आ चुके हैं
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस की बीमारी को आपदा घोषित कर दिया गया है। प्रदेश में अब तक संक्रमण के 38 टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। कोरोना बीमारी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि, बीते 24 घंटे के भीतर 5 नए केस आए। हालांकि, 11 लोग इलाज के बीच ठीक भी हो चुके हैं। लॉकडाउन के बीच बुधवार को नवरात्र के पहले दिन लोग मास्क लगाकर सब्जी, दूध व फल खरीदने के लिए दुकानों पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेशवासियों को भरोसा दिलाया है कि दूध, सब्जी और जरूरी लोगों के घरों तक पहुचाएंगे। लोग घर से न निकलें। 10 हजार से अधिक गाड़ियों, जिसमें पुलिस के जवान, एंबुलेंस द्वारा सब्जी, राशन और दूध घर-घर पहुंचाए जाएंगे।