कोरोनावायरस के खतरे को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन का शुक्रवार को तीसरा दिन है। काम-धंधा ठप हुआ तो मजदूरी करने वालों के पास पेट पालने के लिए कोई चारा नहीं बचा है। मजबूरी में उन्हें मीलों की दूरी पैदल ही तय करनी पड़ रही है। कानपुर से बांदा पैदल जा रहे कुछ युवकों ने कहा कि भूख से बचने के लिए शहर भागे थे, हम कोरोना से शायद बच भी जाएं, लेकिन भुखमरी से जरूर मर जाएंगे। अब हमें भूखे ही अपने घरों को लौटना पड़ रहा है। अब इसे नासमझी कहिए या मजबूरी...। उन्हें अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए करीब 150 किमी सफर तय करना पड़ा। पैरों में पड़े छालें उनकी राह में पड़ने वाले रोड़ों की कहानी बयां कर रहे थे।

प्रयागराज: भूखों के लिए कराया भोजन का इंतजाम
कोरोना के खतरे के बीच भूखों के लिए पुलिस भोजन भी उपलब्ध करा रही है। इस कार्य में पुलिस के साथ जीआरपी और आरपीएफ के जवान भी लगे हैं। प्रयागराज जोन के एडीजी प्रेम प्रकाश अपने घर पर ही हलवाई बुलाकर भोजन के पैकेट तैयार करवा रहे हैं। इसी तरह सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में तैनात पुलिसकर्मियों ने जरूरतमंदों के लिए भोजन के पैकेट तैयार कर बांटे।

बरेली: साहब हमें खाना दिलाइए...
देश में तमाम लोग रोड किनारे झोपड़ी बनाकर रहते हैं। लॉकडाउन के चलते उन्हें मजदूरी भी नहीं मिल रही है। बच्चे भूख से व्याकुल हो रहे हैं। बरेली में कई परिवार खाने की मांग को लेकर एसएसपी दफ्त पहुंच गए। लेकिन, वहां मिले पुलिसकर्मियों ने परिवारों को डीएम के यहां जाने की बात कहकर भेज दिया। सभी विकास भवन के पास जाकर बैठ गए। बाद में कुछ लोगों ने उनके खाने पीने का इंतजाम कराया। लेकिन, यहां प्रशासन को अभी राहत के लिए बहुत कुछ करना बाकी है।

मिर्जापुर: बीमार लोगों का मुफ्त इलाज
लॉकडाउन के चलते मिर्जापुर जिले में लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। शहर के लालडिग्गी निवासी डॉ. जेके जायसवाल ने मरीजों के इलाज के लिए अपनी सेवाएं मुफ्त में देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि शहर में रहने वाले लोग जिन्हें लगे वे 9415257539 मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। देश की सुरक्षा के लिए लोग घरों में रहकर जंग लड़ रहे हैं, ऐसे में मैं घर-घर जाकर अपनी सेवाएं दूंगा।

आगरा: मंडी में दिखी भारी भीड़
प्रदेश में कोरोना का पहला केस आगरा से ही सामने आया था। यहां अब तक 9 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, राहत की बात है कि, इनमें से 8 मरीज इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं। 9वां केस गुरुवार को ही सामने आया। बावजूद इसके लोग सबक नहीं ले रहे हैं। अपनी जान जोखिम में डालते हुए लोग सुबह-शाम घरों से बाहर निकल रहे हैं। शुक्रवार सुबह बसई मंडी में भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

झांसी: मुंबई से प्रतापगढ़ जा रहे लोगों को रोका, महिला बीमार मिली
झांसी में पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। गुरुवार रात महाराष्ट्र नंबर की एक कार रोकी गई। इसमें एक बुजुर्ग महिला समेत 5 लोग सवार थे। महिला की तबीयत खराब थी तो पुलिस ने डीएम के कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। टीम ने थर्मल स्क्रीनिंग की तो महिला को 102 डिग्री बुखार था। फिर उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। कार चला रहे युवक ने बताया कि वे मुंबई से अपने घर प्रतापगढ़ जा रहे हैं।

इलाज के लिए पैसे नहीं थे तो गुड़गांव से अमेठी पहुंचे
हरियाणा, दिल्ली और यूपी की सीमाओं को पार कर अनीता यादव अपने पति रामकुमार यादव के साथ बाइक से 690 किलोमीटर का सफर तय कर अमेठी की सीमा पर आ पहुंची। लेकिन, शिवरतंगज पुलिस ने हजारीगंज पर उन्हें रोका। पूछताछ के बाद पुलिस ने बाइक का चालान काट दिया और दंपती को कोरोना की जांच के लिए अस्पताल भेज दिया। अनीता ने बताया- वे जगदीशपुर के सत्थिन गांव की निवासी हैं। पति को तनख्वाह मिली नहीं और किसी से पैसा मांगने पर भी नहीं मिला। अब हम अपने घर जा रहे हैं और हमारे घर वाले हमारी दवा कराएंगे।

कानपुर: मालगाड़ी के खाली रैक में आ रहे लोग
लॉकडाउन के बीच लोग घर पहुंचने के लिए कई तरीके अपना रहे हैं। कानपुर में गुरुवार रात ऐसे कई लोगों को मालगाड़ी से उतारा गया जो चोरी छिपे उत्तर प्रदेश आ रहे थे। स्टेशन पर महाराष्ट्र के नासिक से चढ़े करीब 200 व्यक्तियों को उतारकर उनकी चेकिंग की गई। उनके हाथों पर 14 दिन तक घर में क्वारैंटाइन रहने की मुहर लगी थी।

अयोध्या: रैपिड एक्शन फोर्स कर रही है गश्त
लॉकडाउन को लागू कराने के लिए अब आरएएफ के जवान गली-गली में गश्त कर रहे हैं। लाउडस्पीकर से कोरेाना के प्रति जागरूक किया जा रहा है। पुलिस जरूरी सामान की होम डिलीवरी कर रही है। इस बीच मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी मुस्लिम समाज से जुमा और अन्य दिनों की नमाज अपने घरों में अदा करने की अपील की।
